अक्सर यह कहावत है कि "साइज़ बढ़ाओ, सेटिस्फेक्शन लाओ"। हालांकि, यह कॉन्सेप्ट पूरी तरह से सच नहीं है। कुछ पार्टनर यह सोचते हैं कि जितना ज़्यादा गहरा वे अंदर डालेंगे और ज़ोरों से धक्का लगेगा, उतना ज़्यादा फीमेल को संतुष्टि मिलेगी, लेकिन यह कॉन्सेप्ट हर फीमेल के लिए कारगर नहीं होता। फीमेल पार्टनर की संतुष्टि के लिए ज़रूरी है कि आप गहराई (depth) के बजाय संवेदनशीलता (sensitivity) और सही दिशा (direction) पर ध्यान दें।
गहराई (Depth) बनाम संवेदनशीलता (Sensitivity)
'डीप इंसर्शन' (Deep Insertion) के कॉन्सेप्ट को समझने के लिए आपको फीमेल प्राइवेट पार्ट की गहराई को समझना होगा। प्राकृतिक रूप से (उन फीमेल्स में जिन्होंने कभी डिलीवरी नहीं की है), इसकी गहराई 2.5 इंच से 3.5 या 4 इंच के आसपास होती है। जब कोई फीमेल उत्तेजित (aroused) होती है, तो यह हिस्सा एक्सपैंड होकर (फैलकर) लगभग 6 इंच तक पहुँच सकता है। यह विस्तार इस बात पर निर्भर करता है कि वह फीमेल कितनी उत्तेजित हुई है और उसकी बॉडी कितनी फ्लेक्सिबल है। अधिकतम विस्तार सबका 6 इंच तक पहुँचे, यह ज़रूरी नहीं है; यह 4.5 इंच, 5 इंच, या 6 इंच तक भी एक्सपैंड हो सकता है।
लेकिन संतुष्टि की बात करें तो, फीमेल प्राइवेट पार्ट चैनल का सिर्फ शुरुआती दो से ढाई इंच का हिस्सा ही सबसे ज़्यादा संवेदनशील (sensitive) होता है। यह संवेदनशीलता इसलिए होती है क्योंकि इसी हिस्से के ऊपर संवेदनशील नसें (nerves) होती हैं, और यहीं पर क्लीट (clit) भी बैठा रहता है।
आनंद की कुंजी: ऊपरी दिशा में घर्षण (Upward Friction)
अगर आप गहरा इंसर्शन भी करते हैं, तब भी फीमेल को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, जब तक कि शुरुआती 2 इंच के हिस्से में ठीक से घर्षण (friction) न हो। फीमेल को अच्छा महसूस तभी होता है जब यहीं पर घर्षण होता है।
यदि आप चाहते हैं कि ओरल परफॉर्मेंस के अलावा भी आपकी फीमेल पार्टनर स्ट्रोकिंग से अपनी संतुष्टि और चरम सुख को प्राप्त करें, तो आपको ऐसी पोज़ीशन (position) ट्राई करनी चाहिए जहाँ इंसर्शन ऊपर की दिशा (upper direction) में हो।
- क्लीट स्टिमुलेशन (Clit Stimulation): जब आप इंसर्ट कर रहे होते हैं और वह सीधा न होकर थोड़ा ऊपर की दिशा में जाता है (कमर की दिशा में), तो यह जाकर क्लीट को स्टिम्युलेट करता है।
- प्रभाव: जितना ज़्यादा इंसर्शन ऊपर की तरफ़ जाएगा, उतना ही ज़्यादा करीब से क्लीट स्टिम्युलेट हो पाएगा, जिससे उसकी नसों (nerves) को भी स्टिम्युलेशन मिलता है, और इसी से फीमेल को संतुष्टि मिल सकती है।
- घर्षण की दिशा: घर्षण हमेशा ऊपरी दिशा में देना चाहिए। सीधे डायरेक्शन में इंसर्ट न करके, अगर आप ऊपर की डायरेक्शन में जाते हैं, तो फीमेल की जो स्किन होती है, वह ऊपर की तरफ़ अच्छे से रब होती है। इससे संवेदनशीलता पैदा होती है, जिससे फीमेल को चरम सुख प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
इरेक्शन की कठोरता (Hardness) का महत्व
ऊपरी दिशा में ज़्यादा से ज़्यादा घर्षण (friction) देने के लिए कठोर इरेक्शन (hard erection) का होना बहुत ज़रूरी है। यदि आपका इरेक्शन हार्ड नहीं होता है, या संबंध बनाते वक्त आप ढीलेपन (softness) को महसूस करते हैं, या आपको मॉर्निंग इरेक्शन भी नहीं होता है, तो आप अपने इरेक्शन को सुधारने के लिए सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करके देख सकते हैं।
इरेक्शन को सुधारने के लिए विकल्प:
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MRS कंपनी का बोल्ड फॉर मेन (Bold for Men): इसमें ऐसे खास इंग्रीडिएंट्स डाले गए हैं जो इरेक्शन को धीरे-धीरे बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
- इसमें लिवज़ा (Livza) है, जो एक हर्बल पेटेंटेड मॉलिक्यूल है। यह आम (mango) और अनार (pomegranate) के अर्क (extracts) से बनाया गया है। इसका मुख्य काम शरीर में रक्त प्रवाह (blood flow) को बेहतर बनाना है।
- इसमें सफेद मूसली भी शामिल है, जिसे लिबिडो (libido) और टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जिससे इरेक्शन भी सुधरती है।
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मिस्टर एनहांस फॉर मेन (Mister Enhance for Men): इससे आप अपने प्राइवेट पार्ट की मालिश कर सकते हैं।
- इसमें एल-आर्जिनिन (L-Arginine) होता है, जो प्राइवेट पार्ट की रक्त वाहिकाओं (blood vessels) की मरम्मत करने में मदद करता है, जिससे रक्त प्रवाह ठीक से बना रहता है।
- इसमें लौंग का तेल (Clove oil) भी है, जो हाइपरसेंसिटिविटी (अति संवेदनशीलता) को कम करने में सहायक है।
याद रखें, जब आपका इरेक्शन कठोर होगा, तभी आप ऊपरी दिशा में फ्रिक्शन (घर्षण) अच्छे से दे पाएंगे। इरेक्शन में सुधार के लिए आप इन फ़ॉर्मूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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